दिल्ली के रोहिणी इलाके के सेक्टर 16 में राधे नाम के शख्स को बदमाशों ने गोलियां मारीं, मौके पर ही मौत
नई दिल्ली:
साउथ ईस्ट दिल्ली के सीआरपीएफ केम्प में सोमवार को शाम सात बजे के आसपास फायरिंग हुई. बत्रा अस्पताल से जानकारी मिली कि सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल वकील सिंह को गोली लगी है जो कि एक दूसरे कांस्टेबल ने मारी है. अभी तक की जांच में पता लगा है कि कांस्टेबल अमन कुमार ने आपसी झगड़े के चलते हेड कांस्टेबल वकील को गोली मारी. घायल अवस्था मे हेड कांस्टेबल को बत्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया है और जांच की जा रही है.
उधर दिल्ली के रोहिणी इलाके के सेक्टर 16 में राधे नाम के शख्स को बदमाशों ने दो गोली मारीं. राधे की मौके पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि राधे रोहिणी सेक्टर 16 में अपनी बाइक से आया था और सड़क पर खड़ा था. तभी दो लोग पैदल उसके पास आए और किसी बात को लेकर तीनों में झगड़ा हुआ.
इसके बाद राधे को दो गोलियां मारी गईं. वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों हमलावर पैदल ही मौके से भागे और कुछ दूर खड़ी उनकी बाइक पर सवार होकर फरार हो गए. ये मामला गैंगवार का भी हो सकता है क्योंकि मृतक राधे 2018 में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के साथ जेल भी गया था.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को कहा कि पूरे देश में बिजली की स्थिति (Power Crisis) ‘बेहद नाजुक’ है, जबकि उनके कैबिनेट सहयोगी सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि दिल्ली सरकार को महंगी गैस-आधारित और उच्च बाजार दर पर बिजली की खरीद करनी पड़ती है.
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को कहा कि पूरे देश में बिजली की स्थिति (Power Crisis) ‘बेहद नाजुक’ है, जबकि उनके कैबिनेट सहयोगी सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि दिल्ली सरकार को महंगी गैस-आधारित और उच्च बाजार दर पर बिजली की खरीद करनी पड़ती है, क्योंकि एनटीपीसी (NTPC) ने शहर में बिजली की आपूर्ति आधी कर दी है. केजरीवाल ने कहा कि बिजली संकट से निपटने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं और उनकी सरकार नहीं चाहती कि कोई भी ”आपातकालीन स्थिति” पैदा हो. उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘पूरे देश में स्थिति बहुत गंभीर है. कई मुख्यमंत्रियों ने इसके बारे में केंद्र सरकार को लिखा है. सभी मिलकर स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं.” इससे पहले दिन में, बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि दिल्ली सरकार को महंगी गैस आधारित बिजली के साथ-साथ उच्च बाजार दर पर हाजिर खरीद पर निर्भर रहना पड़ता है, क्योंकि एनटीपीसी ने शहर में बिजली की 4,000 मेगावाट की सामान्य आपूर्ति को घटाकर आधा कर दिया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को कहा कि पूरे देश में बिजली की स्थिति (Power Crisis) ‘बेहद नाजुक’ है, जबकि उनके कैबिनेट सहयोगी सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि दिल्ली सरकार को महंगी गैस-आधारित और उच्च बाजार दर पर बिजली की खरीद करनी पड़ती है, क्योंकि एनटीपीसी (NTPC) ने शहर में बिजली की आपूर्ति आधी कर दी है. केजरीवाल ने कहा कि बिजली संकट से निपटने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं और उनकी सरकार नहीं चाहती कि कोई भी ”आपातकालीन स्थिति” पैदा हो. उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘पूरे देश में स्थिति बहुत गंभीर है. कई मुख्यमंत्रियों ने इसके बारे में केंद्र सरकार को लिखा है. सभी मिलकर स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं.” इससे पहले दिन में, बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि दिल्ली सरकार को महंगी गैस आधारित बिजली के साथ-साथ उच्च बाजार दर पर हाजिर खरीद पर निर्भर रहना पड़ता है, क्योंकि एनटीपीसी ने शहर में बिजली की 4,000 मेगावाट की सामान्य आपूर्ति को घटाकर आधा कर दिया है.
बिजली मंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र ने सस्ती गैस का कोटा समाप्त कर दिया है. हमें इसे खरीदना है और उत्पादन लागत 17.50 रुपये है, जो दीर्घकालिक नहीं है. इतना ही नहीं, हमें संकट के कारण 20 रुपये प्रति यूनिट की उच्च दर पर बिजली खरीदनी पड़ेगी.”
जैन ने कहा कि केंद्र को कोयला संकट की बात माननी चाहिए और उसे इनकार की मुद्रा के बजाय समस्या से निपटना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र को पत्र लिखा है. पंजाब भी बिजली कटौती का सामना कर रहा है.